Pregnancy Me Hemoglobin Kaise Badhaye, प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय जाने स्टेप बाय स्टेप

आज हम अपने लेख में प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन कैसे बढ़ाए (Pregnancy Me Hemoglobin Kaise Badhaye) के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, अक्सर गर्भवती महिलाओं में हीमोग्लोबिन की कमी एक आम समस्या बनती जा रही है। भोजन और पोषक तत्वों की कमी के कारण महिलाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। हीमोग्लोबिन में कमी रक्त में आयरन की मात्रा में कमी है। हीमोग्लोबिन शरीर को ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। एनीमिया तब होता है जब रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो जाती है।

Pregnancy Me Hemoglobin Kaise Badhaye

आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया तब होता है जब शरीर में पर्याप्त आयरन नहीं होता है। जिन लोगों को एनीमिया है, वे चुकंदर, हलीम और प्रून जूस जैसे विकल्प आजमाकर शरीर में खून की कमी पूरी कर सकते हैं। ये सभी शरीर में आयरन की मात्रा को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं।

हीमोग्लोबिन हमारे शरीर की सभी प्रक्रियाओं के सुचारू संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रेग्नेंसी (Pregnancy) में हीमोग्लोबिन की कमी से कई तरह की शारीरिक गतिविधियों में रुकावट आ सकती है। हीमोग्लोबिन की कमी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन की कमी को कैसे दूर करें।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन कितना होना चाहिए

एक सामान्य महिला के शरीर में 12 से 16 ग्राम हीमोग्लोबिन का होना सामान्य माना जाता है। जबकि गर्भवती महिला के शरीर में 11 से 15 ग्राम हीमोग्लोबिन सामान्य होता है, क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान आरबीसी यानी लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने लगती है।

प्रेगनेंसी में खून कम क्यों होता है

आहार में आयरन की कमी से भी हीमोग्लोबिन कम हो सकता है। यह समस्या प्रेग्नेंसी या मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव के कारण भी हो सकती है। जंक फूड और अनियमित खान-पान की वजह से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है। विटामिन, कैल्शियम आदि की कमी से भी यह समस्या हो सकती है।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन की कमी से कौन सा रोग होता है

शरीर के रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी से होने वाली बीमारी एनीमिया एक ऐसी समस्या है जिससे ज्यादातर महिलाएं पीड़ित हैं। गर्भवती महिलाओं में एनीमिया अधिक आम है। गर्भावस्था के दौरान शरीर को अधिक विटामिन, खनिज और फाइबर आदि की आवश्यकता होती है।

प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय- Pregnancy Me Hemoglobin Kaise Badhaye

गर्भवती महिलाओं में सामान्य महिलाओं की तुलना में हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है क्योंकि इस समय बच्चे को दुगने खून की आवश्यकता होती है, जिससे प्रेगनेंट महिलाओं को हीमोग्लोबिन की आवश्यकता भी बढ़ जाती है। अगर आपको प्रेग्नेंसी में कुछ खास लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो समझ लें कि आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी है जो एनीमिया का रूप ले सकती है। 

ऐसी स्थिति में आहार में कुछ आवश्यक बदलाव करके प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन की कमी से बचा जा सकता है या इसे दूर किया जा सकता है। एक गर्भवती महिला को दिन में कम से कम 30 से 40 मिलीग्राम आयरन लेना चाहिए। तो आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय क्या हैं।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए सेब

गर्भावस्था के दौरान मां के आहार का सीधा संबंध शिशु से होता है। मां के भोजन से बच्चे को पोषण भी मिलता है। ऐसे में आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि आप प्रेग्नेंसी के दौरान क्या खा रही हैं। गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर फलों का सेवन भी बहुत जरूरी है। इससे पेट में पल रहे बच्चे के समुचित विकास में हेल्प मिलती है।

सेब एक ऐसा फल है। वैसे तो अच्छी सेहत के लिए सभी को सेब खाना चाहिए, लेकिन गर्भवती महिलाओं को इसकी खास जरूरत होती है। क्योंकि गर्भवती महिलाओं में एनीमिया अधिक आम है। सेब एक ऐसा फल है जिसमें कई गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की शिकायत देखी जाती है। सेब एक ऐसा फल है जो आयरन से भरपूर होता है। यह प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाता है और एनीमिया के खतरे को बढ़ने से रोकता है।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए अनार

अनार का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। यह महिलाओं में आयरन की कमी को पूरा करने में भी मदद कर सकता है। अनार पोटेशियम से भी भरपूर होता है जो प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करने और समय से पहले प्रसव के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।

अनार आयरन की कमी को पूरा करने में सहायक होता है। यह रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने का भी काम करता है। इसके नियमित सेवन से रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे रक्त संचार भी बेहतर होता है। एनीमिया की समस्या में डॉक्टर महिलाओं को नियमित रूप से अनार का सेवन करने की सलाह देते हैं।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए किशमिश

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अक्सर एनीमिया हो जाता है। किशमिश को आहार में शामिल करके आयरन की कमी को पूरा किया जा सकता है और एनीमिया जैसी घातक बीमारियों से भी बचा जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह के शारीरिक बदलावों से गुजरना पड़ता है, जो उनके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को प्रभावित करते हैं।

किशमिश को अपने आहार में शामिल करके इस समस्या को दूर किया जा सकता है। इस समय उनका हीमोग्लोबिन काउंट सही होना चाहिए ताकि डिलीवरी में दिक्कत न हो। किशमिश प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाती है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करती है। आजकल अच्छी क्वालिटी की किशमिश आनलाइन उपलब्ध है।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए खजूर

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में पर्याप्त मात्रा में खून की कमी के लिए आयरन की गोलियां दी जाती हैं। लेकिन इन गोलियों से महिलाओं को कब्ज, जी मिचलाना, उल्टी जैसी समस्या हो जाती है। ऐसे में अगर खजूर का सेवन किया जाए तो यह न सिर्फ महिलाओं के शरीर में हिमोग्लोबिन बढ़ाने में मददगार होगा बल्कि कई तरह की समस्याओं को भी दूर करेगा।

खजूर के सेवन से एनीमिया को दूर रखा जा सकता है। खजूर आयरन का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है। यह गर्भावस्था में एनीमिया के खतरे को रोक सकता है।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए अंजीर

गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य और बच्चे के समुचित विकास के लिए अपने आहार का बहुत ध्यान रखना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खाने के लिए कहा जाता है, जिसमें अंजीर का नाम भी आता है। अंजीर एक पौष्टिक ड्राई फ्रूट है और आयरन से भरपूर होता है, जो एक गर्भवती महिला के लिए बहुत जरूरी होता है। प्रेग्नेंसी में खून की कमी हो जाती है यानि एनीमिया की समस्या हो जाती है।

अगर गर्भवती महिलाओं को यह समस्या होती है तो इससे मां और बच्चे दोनों की जिंदगी बढ़ सकती है। बता दें कि यह कमी आयरन की कमी से होती है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं के आहार में आयरन भरपूर मात्रा में होना चाहिए। अंजीर के अंदर विटामिन सी पाया जाता है, जिसके सेवन से शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ावा मिल सकता है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं अंजीर के सेवन से एनीमिया की समस्या को दूर कर सकती हैं।

प्रेग्नेंसी में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए पालक

पालक को गर्भावस्था के दौरान खाया जा सकता है, इसके पौष्टिक गुणों के कारण इसे प्रेगनेंसी के दौरान खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है। पालक एक हरी सब्जी है, यह एक पत्तेदार सब्जी है, पालक अपने आयरन के लिए जाना जाता है, अगर आयरन की कमी हो तो इसे भोजन कहा जाता है, 

लेकिन आपको बता दें कि पालक के अंदर प्रोटीन भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है और साथ ही पालक आयरन से भी भरपूर होता है। यह पोषक तत्व लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ाने का काम करता है, जिसकी मदद से गर्भावस्था में एनीमिया के खतरे से बचा जा सकता है।

खून बढ़ाने के लिए कौन सा सिरप अच्छा होता है

ऊपर दिए गए तरीकों को अपनाकर आप अपने शरीर का खून बढ़ा सकते हैं लेकिन अगर आपको जल्द ही अपने शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी पूरी करनी है तो आप खून बढ़ाने का सबसे अच्छा कृष्णा का हर्बल और आयुर्वेद हीमोग्लोबिन बूस्टर Tonic यूज कर सकते हैं।

Krishna's हर्बल और आयुर्वेद हीमोग्लोबिन बूस्टर

कृष्णा हर्बल सिरप को 17+ आयुर्वेदिक औषधियों के द्वारा तैयार किया गया है। इसमें गिलोय, हल्दी और काली मिर्च जैसी बहुत सी जड़ी-बूटियां हैं जो शरीर में खून बढ़ाने के साथ-साथ इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में फायदेमंद साबित होती हैं। कृष्णा हर्बल सिरप का सेवन करना बहुत ही आसान है, आप इसे सुबह-शाम खाना खाने के आधा घंटे के बाद 30 ML की मात्रा में पानी के साथ ले सकते हैं। कृष्णा हर्बल सिरप को आप आनलाइन अमेज़न बेवसाइट से खरीद सकते हैं।

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नोट: इस लेख में दी गई Information सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। इनका पालन करने से पहले कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

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