Nashe Ki Lat Ke Karan तथा जाने शराब और गुटखा छुड़ाने का मंत्र

Nashe Ki Lat Ke Karan In Hindi: यदि किसी व्यक्ति को एक बार नशे की लत लग जाए तो वह व्यक्ति आसानी से उसे छोड़ नहीं पाता है। तंबाकू में पाया जाने वाला निकोटिन स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। ऐसे काफी लोग अक्सर पूछते हैं कि हमें गुटखा तंबाकू छोड़ने के लिए क्या करना चाहिए? 

Nashe Ki Lat Ke Karan

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल में सतभक्ति द्वारा शराब और गुटखा छोड़ने का मंत्र बताने वाले हैं, जिसे अपनाकर कुछ ही दिनों में आप अपनी नशे की आदत से छुटकारा पा सकते हैं, तो आइए सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर नशे की लत कैसे लगती है तथा शराब और तंबाकू खाने के नुकसान क्या हैं, इसके बाद सतभक्ति द्वारा आसानी से नशा जुड़ने का मंत्र बताएंगे।

नशे की लत के कारण- Nashe Ki Lat Ke Karan

नशा फैलाने में हमारे सिनेमा जगत का बहुत बड़ा हाथ है। टीवी शो और फिल्मों में लोगों को शराब के साथ खुलेआम सिगरेट और गुटखा का सेवन करते दिखाया जाता है, जिसका असर आम जनता खासकर बच्चों और युवाओं पर पड़ता है।

Nashe Ki Lat Ke Karan

टीवी और अखबारों में भी बड़े-बड़े विज्ञापन आते हैं, जिन पर हमारे देश की सरकार भी कोई कदम नहीं उठाती हैं. बल्कि सरकारें बड़ी-बड़ी कंपनियों को नशे का लाइसेंस देकर नशे को और बढ़ावा देती हैं। युवा पीढ़ी टीवी पर देखती है कि कैसे जब किसी का दिल टूटने पर प्रेमिका या पत्नी चली जाती है तो हीरो शराब पीने लगता है,

ठीक वैसे ही आज के युवा भी इसे देखते हैं और इसे अपने जीवन में उतार लेते हैं। प्रेमिका से नाता तोड़ने के बाद वह भी देवदास बन जाता है और शराब और गुटखा खाने लगता है तथा आगे चलकर यही नशे की लत का मुख्य कारण बन जाता है।

भोले-भाले युवा और बच्चे ऐसे अभीनेता और अभीनेत्री को अपना फेवरेट हीरो-हीरोइन मानते हैं लेकिन वे एक्टर पैसे कमाने के चक्कर में इन भोले लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं तथा उन्हें Nashe की ओर अग्रसर करते हैं।

शराब और तंबाकू खाने के नुकसान

हर मनुष्य इस बात से अवगत है कि शराब और तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। इसके नुकसान को जानते हुए भी पूरी दुनिया में शराब के साथ तंबाकू और सिगरेट आदि का सेवन करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अगर किसी को एक बार इसकी लत लग जाए तो वह आसानी से इसे छोड़ नहीं पाता है।

तंबाकू में पाया जाने वाला निकोटिन स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक होता है। इसका सेवन सतभक्ति के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है और इससे कैंसर के साथ-साथ डिप्रेशन और नपुंसकता जैसी खतरनाक बीमारियां होने की संभावना रहती है, लेकिन क्या कारण है कि लोग इसके बाद भी इसे नहीं छोड़ते हैं।

अगर आप इन बीमारियों से बचना चाहते हैं तो आज से ही इस बुरी लत को छोड़ने की कोशिश करें। शराब और तंबाकू का सेवन मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को कमजोर करता है। यह मानव मन के साथ-साथ यौन जीवन को भी प्रभावित करता है। अगर आप चाहते हैं कि आप इस लत से छुटकारा पा सकें तो नीचे दिए गए मंत्रों को अपने मन में जरूर उतार लें।

भक्ति में बाधक है - नशा मुख्य रूप से भक्ति में बाधक होता है, नशा करने वाले लोगों का भक्ति में कभी मन नहीं लगता है, और जो इंसान मनुष्य जन्म पाकर भक्ति और शुभ कर्म नहीं है तो उसका भविष्य नरक समान बन जाता है।

घरेलू हिंसा का आह्वान - नशा करने वाला अपना आपा खो देता है, उसे याद नहीं रहता कि वह कहाँ है, क्या कर रहा है। नशे में धुत व्यक्ति घरेलू हिंसा को दावत देता है, वह घर में अपनी पत्नी और बच्चों को मारने लगता है।

अपराधी बनाता है - नशा किसी अपराध से कम नहीं है, और नशे में धुत व्यक्ति अपराधी माना जाता है। नशे की ललक को पूरा करने के लिए व्यक्ति चोरी जैसे कई अपराध करने लगता है और उसके छोटे-छोटे अपराध कब बड़े अपराधों में तब्दील हो जाते हैं उसे कुछ पता ही नहीं चल पाता है।

अफीम, चरस, कोकीन का नशा करने के बाद व्यक्ति के अंदर उत्तेजना पैदा होती है, जिससे वह अपने वश में नहीं रहता और इस नशे के बाद व्यक्ति चोरी, मौत, हिंसा, लड़ाई-झगड़ा, बलात्कार जैसे कार्य करता है। जो उसे एक बड़ा अपराधी बनाता है।

भविष्य नष्ट हो जाता है - शराबी इंसान को Nashe के अलावा कुछ नहीं दिखाई देता। मैंने अपनी लाइफ में ऐसे कई किस्से सुने और देखें हैं, नशा अच्छे से अच्छे आदमी का जीवन बर्बाद कर देता है। नशा करने के कारण व्यक्ति अपने भविष्य को पूरी तरह से नष्ट कर लेता है।

स्वास्थ्य संबंधी परेशानी- लगातार नशीले पदार्थों के सेवन से शरीर नष्ट हो जाता है। तंबाकू, शराब और सिगरेट के सेवन से फेफड़े, किडनी, हृदय, और न जाने क्या-क्या शरीर में खराब होने लगता है। हम सभी जानते हैं कि धूम्रपान हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, फिर भी हमें इसकी आदत हो जाती है।

धूम्रपान का धुंआ भी सामने वाले व्यक्ति के शरीर में चला जाए तो उसे नुकसान होता है। गुटखा जिस पर साफ-साफ लिखा होता है कि इसे खाने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं, फिर भी लोग इसे मजे से खाते हैं, मुंह का कैंसर और गले का कैंसर सभी नशे के कारण होते हैं। नशे के कारण व्यक्ति की उम्र कम हो जाती है और यह बात कई शोधों से साबित हो चुकी है।

अलग-अलग नशीले पदार्थ अलग-अलग नुकसान पहुंचाते हैं। शराब पीने से लीवर के साथ-साथ पेट खराब होता है और लीवर कैंसर भी होता है। गुटखा खाने से कैंसर के साथ-साथ मुंह में छाले हो जाते हैं तथा भांग का नशा व्यक्ति का दिमाग खराब करने के साथ-साथ उसे पागल भी कर सकता है।

परिवार टूटते हैं - नशे में लोग अपने परिवार की तुलना में अपने व्यसन को अधिक महत्व देते हैं, जिससे परिवार टूट जाते हैं। नशा आज के समय में परिवार के टूटने का सबसे बड़ा कारण है। नशा करने के कारण पति-पत्नी के बीच तकरार बढ़ जाती है, जिसका असर बच्चों पर भी पड़ता है। कई बार ये बच्चे बड़े होकर अपने से बड़ों की तरह व्यवहार करते हैं और नशा अपना लेते हैं।

कुत्ता बनता है - संत गरीबदास जी महाराज अपनी वाणी में कहते हैं कि जो लोग मनुष्य जन्म पाकर मदिरा पीते हैं, वह लोग उस पाप के कारण 70 जन्मों तक कुत्ते की योनि प्राप्त करके महा कष्ट उठाते हैं, तथा गंदी नालियों का पानी पीने के साथ-साथ भूख लगने पर टट्टी खाते हैं। 1

मदिरा पीने कड़वा पानी। सत्तर जन्म कुत्ते के जानी।1

सुरापान मद्य मांसाहारी, गमन करे भोगे पर नारी।
सत्तर जन्म कटेंगे शीशं, साक्षी साहेब हैं जगदीशं। 2

पूर्ण परमात्मा के विधान के अनुसार नशा और मांस वाले लोगों को महापाप लगता है। संत गरीबदास जी कहते हैं कि जो लोग सुरापान यानि शराब पीने के साथ-साथ पराई स्त्रियों को भोगते हैं तथा मांस खाने वाले लोगों को अन्य कई पाप कर्म भोगने पड़ते हैं, उनके इस पाप के कारण 70+ जन्म मानव या किसी अन्य पशु-पक्षी आदि के जीवनों में सिर कटते हैं। इस बात को में परमात्मा को साक्षी मानकर कह रहा हूं यह बिल्कुल सच है। 2

शराब और गुटखा छुड़ाने का मंत्र

समाज के लोगों को देख देखकर कुछ युवा बच्चे शराब आदि का नशा करने लगते हैं। ऐसे लोगों को शराब और गुटखा छुड़ाने का मंत्र केवल आध्यात्मिक ज्ञान है, यदि आध्यात्मिक ज्ञान समझकर बुराई त्याग देते हैं तो वह लोग पिछले जन्म में भी मनुष्य थे। 

उनके अंदर नशे की गहरी लत नहीं बनती है और वह पूर्ण परमात्मा के आध्यात्मिक ज्ञान को समझकर तुरंत नशीले पदार्थों को त्याग देते हैं। परंतु जो लोग बार-बार सत्संग या आध्यात्मिक ज्ञान सुनकर भी नशे का त्याग नहीं कर पाते वह लोग पिछले जन्म में सूअर या कुत्ते शरीर में थे। 

ऐसे व्यक्ति शीघ्र शराब आदि का नशा नहीं त्याग पाते हैं। वह लोग अपने अनमोल मानव जीवन को मिट्टी में मिल रहे हैं, ऐसे लोगों को आध्यात्मिक ज्ञान अधिक सुनने की राय दी जाती है। दोस्तों निराश बिल्कुल न हो सच्चे मन से पूर्ण परमात्मा कबीर जी से नशा छुड़वाने की प्रार्थना करने से हर प्रकार का नशा कुछ ही दिनों में छूट जाता है।

सत्संग में बताया जाता है कि मनुष्य जन्म पाकर जो लोग शुभ कार्य नहीं करते हैं तो उनका भविष्य नरक बन जाता है और जो लोग नशा करते हैं उनका वर्तमान तथा भविष्य दोनों नरक समान बन जाते हैं। नशा इंसानों के लिए नहीं है। यह तो इंसान से राक्षस बनाने में फायदेमंद है।

जो व्यक्ति पूर्व जन्म के पुण्य कर्मों वाले हैं, उनको इस मनुष्य जन्म में उन पुण्य कर्मों के प्रतिफल में अच्छी नौकरी या अच्छा बिजनेस मिला है। यदि वर्तमान में में इन बुराइयों को त्यागकर भक्ति नहींं करेंगे तो भविष्य के जन्मों में कुत्ता-गधा और सुअर-बैल आदि बनकर महा दुख भोगने पड़ेंगे। सतगुरु कबीर जी ने अपनी वाणी में कहा है--

कबीर जिव्हा तो वाहे भली, जो रटे हरिनाम।
न तो काट के फैंक दियो, मुख में भलो न चाय।।

जीव शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। यदि इस जीभ से पूर्ण परमात्मा का गुणगान तथा नाम जाप नहीं किया जाता है तो यह जीभ व्यर्थ है क्योंकि इस जुबान से कुवचन बोलकर पाप ही करेगा।

पूर्ण गुरु के द्वारा बताई गई शास्त्र अनुकूल भक्ति विधि ही नशा और अन्य बुराइयों को जड़ से खत्म करने का मूल मंत्र है, वर्तमान में इस धरती पर पूर्ण गुरु केवल संत रामपाल जी महाराज हैं। उनके आध्यात्मिक ज्ञान को अपनाकर लाखों लोगों ने नशा त्याग दिया है। जो नशामुक्ति केंद्र में जाकर भी नहीं छूट पा रहा था।

संत रामपाल जी के द्वारा बताए गए भक्ति मार्ग पर चलकर लाखों लोगों के जीवन में सुधार पाया गया है। जिन लोगों ने संत रामपाल जी से दीक्षा लेकर नशे जैसी बुराईयों का त्याग किया है उनकी आपबीती आप खुद अपनी आंखों से यूट्यूब पर देख व सुन सकते हैं या फिर निशुल्क जीने की राह पुस्तक मंगलवार पढ़ सकते हैं। निःशुल्क पुस्तक मंगवाने के लिए आप इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं-- 7496801825

दोस्तों आज आपने नशे की लत के कारण तथा शराब और गुटखा छुड़ाने का मंत्र के बारे में जाना हमें उम्मीद है आपको यह आर्टिकल जरुर पसंद आया होगा। हमें अपनी राय कमेंट में अवश्य दें और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।



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