Dabur Neem Giloy Tulsi Juice Ke Fayde: डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस के फायदे और नुकसान

Dabur Neem Giloy Tulsi Juice Benefits In Hindi: दोस्तों गर्मी का मौसम शुरू हो गया है ऐसे में सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। गर्मी के मौसम में अक्सर लोग बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में अगर आप भी अपने शरीर को स्वस्थ और फिट रखना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

Dabur Neem Giloy Tulsi Juice Ke Fayde

दोस्तों जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वे अक्सर कई तरह की बीमारियों से घिरे रहते हैं। इम्यूनिटी कमजोर होने से शरीर में तमाम तरह के एंटीबैक्टीरियल इंफेक्शन होने लगते हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके नियमित सेवन से आप स्वस्थ और फिट रह सकते हैं।

दोस्तों आपने नीम गिलोय तुलसी का नाम तो सुना ही होगा यह ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो हमारे शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखने में फायदेमंद साबित होती है। ऐसे में आज हम आपके लिए लाए हैं डाबर नीम गिलोय तुलसी के फायदे। इस मिक्स जूस को पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, जिससे हम हर तरह की बीमारियों से खुद को बचाकर अपने शरीर को स्वस्थ और फिट रख सकते हैं, तो आइए जानते हैं डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस के फायदे और नुकसान के बारे में-

डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस के फायदे: Dabur Neem Giloy Tulsi Juice Ke Fayde

दोस्तों नीम गिलोय तुलसी तीनों ऐसी आयुर्वेदिक औषधियां हैं जो सेहत के लिए काफी कारगर साबित होती हैं। इन तीनों औषधियों को एक साथ मिलाकर पीने से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। डाबर नीम गिलोय तुलसी के रस में विटामिन ए बी सी डी और आयरन कैल्शियम के साथ-साथ एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी मौजूद होते हैं। 

इसके अलावा इसमें कई सारे विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। तो आइए अब नीचे जानते हैं कि डाबर नीम गिलोय तुलसी का जूस पीने से क्या-क्या फायदे होते हैं।

इम्यूनिटी को मजबूत करने में फायदेमंद

कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को कोई भी संक्रमण या बीमारी आसानी से अपनी चपेट में ले लेती है। अगर किसी को हमेशा सर्दी खांसी-जुकाम की समस्या बनी रहती है। और अगर यह समस्या बिना दवा खाए ठीक न हो तो यह इस बात का संकेत देते हैं कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगा है। ऐसे में अगर आप इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करना चाहते हैं तो डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस के फायदे इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सक्षम हैं।

डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के गुण होते हैं। नीम गिलोय तुलसी के रस में विटामिन सी के साथ-साथ कई अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मददगार साबित होते हैं। ऐसे में आप डाबर नीम गिलोय तुलसी के रस का रोजाना सुबह-शाम सेवन कर सकते हैं। यह कुछ ही दिनों में आपकी इम्यूनिटी को मजबूत कर सकता है।

मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने में फायदेमंद

तेजी से बदलती जीवनशैली और तनाव के साथ-साथ चिंता ने कई बीमारियों को जन्म दिया है और उनमें से एक गंभीर बीमारी मधुमेह है जिसे आम भाषा में शुगर रोग के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका शिकार सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी तेजी से हो रहे हैं। ऐसे में अगर आप डायबिटीज की समस्या से परेशान हैं तो आप डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस का नियमित रूप से सेवन अपने डॉक्टर की सलाह से कर सकते हैं।

डाबर नीम गिलोय तुलसी के रस के फायदे मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने में फायदेमंद साबित हो सकते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर नीम गिलोय तुलसी मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए बेहद कारगर औषधियां हैं। यदि नीम के साथ गिलोय और तुलसी को भी शामिल कर लिया जाए तो यह रस मधुमेह के रोगियों की चिकित्सा स्थिति को कभी भी खराब नहीं होने देगा।

खून साफ करने में फायदेमंद

कई बार गलत और अस्वास्थ्यकर खाना खाने से कुछ ऐसे जहरीले तत्व हमारे खून में पहुंच जाते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। जिसके कारण खून में गंदगी और शरीर पर फोड़े फुंसी और चर्म रोग आदि की समस्या हो जाती है। ऐसे में अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से परेशान हैं तो डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस के फायदे आपके लिए काफी कारगर साबित हो सकते हैं.

आपको बता दें कि डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस में भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो त्वचा को जवां बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। ये त्वचा पर मौजूद झुर्रियों को दूर कर कोशिकाओं को स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं। यह शरीर से खून में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और चेहरे को निखारने में मददगार हैं। इसके साथ ही यह जूस चेहरे पर मौजूद फोड़े फुंसी की समस्या को दूर करता है।

पेट की समस्याओं में फायदेमंद

दोस्तों कब्ज की समस्या होने पर रोगी को भूख कम लगती है। इसका मुख्य कारण यह है कि पूर्व में खाया गया भोजन ठीक से पच नहीं पाता है, जिससे पेट हमेशा फूला रहता है और पेट में भारीपन भी रहता है। अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस का इस्तेमाल एक्सपर्ट की सलाह से कर सकते हैं।

डाबर नीम गिलोय तुलसी का रस कब्ज से राहत दिलाने में मददगार है। अगर आपको कब्ज और एसिडिटी आदि की समस्या है तो इसके लिए डाबर नीम गिलोय का जूस बहुत फायदेमंद हो सकता है। नीम गिलोय तुलसी के रस का सेवन करने से पेट से संबंधित कई रोग दूर होते हैं और साथ ही पाचन तंत्र को मजबूत करने में भी मदद मिलती है।

सर्दी-जुकाम की समस्या में फायदेमंद

दोस्तों गर्मी के मौसम में चेहरे से पसीना आना आम बात है, लेकिन सर्दी-जुकाम होना कोई आम बात नहीं है। गर्मियों के मौसम में हल्की सर्दी और जुकाम का अनुभव होता है। अगर आपके साथ भी गर्मियों में कभी ऐसी स्थिति बनती है तो आप पहली फुर्सत में ही डाबर नीम गिलोय तुलसी का जूस डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं।

सर्दी-जुकाम की समस्या से निजात पाने के लिए डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस के फायदे काफी कारगर साबित होते हैं। क्योंकि नीम गिलोय तुलसी के रस में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी-जुकाम की समस्या से निजात दिलाने में मददगार होते हैं।

तनाव दूर करने में फायदेमंद

कई बार जब आप किसी चीज के बारे में ज्यादा सोच-विचार करते हैं तो अचानक से सिर में दर्द होने लगता है। क्योंकि ज्यादा सोचने-विचारने से दिमाग अपना नियंत्रण खो देता है, जिससे दिमाग की नसों पर दबाव पड़ता है। इससे तनाव और सिरदर्द की समस्या उत्पन्न हो जाती है। अगर ऐसे में आप भी तनाव की समस्या से प्रभावित हैं। तो डाबर नीम गिलोय तुलसी का जूस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।

तनाव दूर करने में नीम गिलोय तुलसी का रस बहुत काम आ सकता है। आपको बता दें कि नीम गिलोय तुलसी के रस में तनाव रोधी गुण होते हैं, जो न केवल तनाव दूर करने में उपयोगी होते हैं बल्कि आपके मूड को बेहतर बनाने में भी काफी काम आ सकते हैं। ऐसे में आप तनाव दूर करने के लिए नीम गिलोय तुलसी के जूस का सुबह-शाम सेवन कर सकते हैं।

एनीमिया की समस्या को दूर करने में सहायक

एनीमिया की समस्या शरीर में खून की कमी है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण होता है। इस बीमारी की सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं होती हैं। एनीमिया के कारण शरीर में आयरन की कमी हो जाती है, जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन का उत्पादन कम हो जाता है। ऐसे में अगर आप भी एनीमिया के शिकार हो गए हैं तो आज से ही आप डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस का सेवन शुरू कर सकते हैं।

एनीमिया से बचाव के लिए नीम गिलोय तुलसी का रस आपके लिए बहुत उपयोगी हो सकता है। आपको बता दें कि नीम गिलोय तुलसी के रस में आयरन की मात्रा पाई जाती है, जो एनीमिया की समस्या से राहत दिलाने में मददगार है। इसके अलावा नीम गिलोय तुलसी का रस खून में लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने का काम करता है। इससे एनीमिया की समस्या दूर हो सकती है।

बुखार की समस्या में उपयोगी

वायरल फीवर मौसम में बदलाव और गलत खान-पान या शारीरिक कमजोरी के कारण भी होता है। वायरल फीवर हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे वायरल इंफेक्शन शरीर में बहुत तेजी से फैल जाता है। आम तौर पर वायरल बुखार के लक्षण सामान्य बुखार के समान ही होते हैं। ऐसे में अगर आप भी बुखार या बैक्टीरियल बुखार से पीड़ित हैं तो डाबर नीम गिलोय तुलसी का जूस आपके लिए काफी कारगर साबित हो सकता है।

वायरल फीवर की समस्या को दूर करने के लिए नीम गिलोय तुलसी का रस शारीरिक समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ काफी उपयोगी भी हो सकता है। आपको बता दें कि नीम गिलोय तुलसी के रस में एंटीपायरेटिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सामान्य बुखार से लेकर वायरल बुखार तक से राहत दिलाने के साथ-साथ बैक्टीरिया को शरीर से दूर रख सकते हैं।

पीलिया की समस्या में लाभकारी

पीलिया गर्मी के मौसम में होने वाली एक गंभीर बीमारी है। पीलिया तब होता है जब लीवर में रक्त कोशिकाओं के टूटने से निर्मित बिलीरुबिन नामक पदार्थ शरीर से बाहर निकलने में असमर्थ होता है। यदि पीलिया का समय पर उपचार न किया जाए तो बिलीरुबिन पदार्थ का प्रभाव पूरे शरीर और आंखों के पीलेपन के रूप में दिखाई देता है। ऐसे में अगर आप भी पीलिया की समस्या से परेशान हैं तो डाबर नीम गिलोय तुलसी का जूस आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।

पीलिया के इलाज में नीम गिलोय तुलसी का रस बहुत कारगर हो सकता है। नीम गिलोय तुलसी में मौजूद विटामिन बी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के कारण यह पीलिया को बढ़ने से रोकता है और साथ ही यह लीवर को भी मजबूत बनाता है। पीलिया में आप नीम गिलोय तुलसी के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं। 

डाबर गिलोय नीम तुलसी जूस का सेवन कैसे करें

डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस के फायदे शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में सक्षम होते हैं।
10-20 ML डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस का सेवन आप दिन में दो बा किया जा सकता हैं। डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस आप घर बैठे आनलाइन अमेज़न स्टोर से खरीद सकते हैं। तो हम उम्मीद है कि अब आप डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस के फायदे जान गए होंगे तो आइए जानते हैं डाबर नीम गिलोय तुलसी जूस के नुकसान के बारे में।

डाबर गिलोय नीम तुलसी जूस साइड इफेक्ट्स

नीम गिलोय तुलसी जूस के फायदे आयुर्वेद के अनुसार सभी समस्याओं की एक आयुर्वेदिक औषधि है। डाबर नीम गिलोय तुलसी रस के सेवन से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और साथ ही यह पाचन शक्ति, फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार करता है। लेकिन इस जूस का अधिक मात्रा में सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, तो आइए जानते हैं डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस के साइड-इफेक्ट्स के बारे में।

कब्ज की समस्या: वैसे नीम गिलोय तुलसी जूस को पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए सबसे शक्तिशाली माना जाता है। लेकिन अगर इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो यह कब्ज जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। ऐसे में अगर आप डाबर नीम गिलोय तुलसी का सेवन कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

लो बीपी की समस्या: मधुमेह के रोगियों को नीम गिलोय तुलसी का जूस हानिकारक हो सकता है. दरअसल, नीम गिलोय तुलसी का जूस खून में मौजूद शुगर लेवल को कम करने का काम करता है। ऐसे में अगर आपको मधुमेह की समस्या है तो आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह बाद ही डाबर नीम गिलोय तुलसी का रस लें।

ऑटो इम्यून की समस्या: यह बिल्कुल सच है कि नीम गिलोय तुलसी जूस के सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है, लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से इम्यूनिटी के अधिक एक्टिव होने से ऑटोइम्यून डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।

गर्भावस्था में हानिकारक: गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं भी नीम गिलोय तुलसी के रस से अपना बचाव करें। गर्भावस्था के दौरान हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह के बिना डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस का सेवन ना करें।

डिस्क्लेमर: दोस्तों, इस लेख में दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं, कृपया इन उपायों को आजमाने से पहले किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें।

दोस्तों आज के इस लेख में आपने डाबर नीम गिलोय तुलसी के जूस के फायदे और नुकसान के बारे में जाना। हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। हमें कमेंट बॉक्स में अपनी राय बताएं और इस लेख को फेसबुक, ट्विटर आदि पर शेयर करें।

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